आज हम ताजमहल से जुड़े रहस्य के बारे में जानेगे जिन्हें जानकर आप हैरान हो जाएंगे कुछ ऐसी बाते जो शायद आपको नहीं पता हो लेकिन आप ताजमहल जा चुके हैं या जाने कि सोच रहें हैं तो एक बार ज़रूर इन बातो पर ध्यान दें दोस्तों ताजमहल सिर्फ प्यार कि निशानी ही नहीं है ये ईमारत दुनिया में लोगो के आकर्षण का केंद्र है और इसकी खूबियाँ भी ऐसी हैं कि जो लोग देख लें तो अपने दातों तले उंगलिया दबा लें इसलिए इस ईमारत को दुनिया के 7 अजूबो में शुमार किया जाता है इस खुबसूरत ईमारत को किस ने और किसके लिए बनवाया था ये तो हम सब जानतें हैं परन्तु इसके बावजूद और भी बातें हैं जो इस ईमारत से जुडी हुई है लेकिन हब सब नहीं जानतें हैं तो चलिए जानतें हैं इसके कुछ ऐसे रहस्य जो हमें इसकी खूबसूरती और चका चौन्द में हमें नहीं दिखाई देतें |
ताजमहल के मकबरे कि छत में छेद
ताजमहल के मकबरे कि छत में एक छेद है जिसके पीछे कि कहानी ये है कि ताजमहल के बनने के बाद शाहजहाँ ने उन सब मजदूरों के हाथ कटवा देने का ऐलान कर दिया था जिन्होंने इस खुबसूरत ईमारत को बनाया था क्यूंकि वो चाहतें थे ताजमहल जैसी खुबसूरत ईमारत फिर कभी न बने और इस फैसले से नाराज़ मजदूरों ने जान्बुजकर ताजमहल के मकबरे कि छत पर एक छेद छोड़ दिया था और इस छेद कि वजह से वहां पर आज भी बारिश के मौसम में पानी टपकता रहता है |
ताजमहल के गुम्बदो को बांस से ढकना
ताजमहल के गुम्बदो को दितीय विश्व युद्ध के दौरान पहली बार बांस से ढाका गया था ताकि दुश्मनों कि नज़र इस खुबसूरत ईमारत पर ना पड़े और इसके बाद भारत-पाक युद्ध जो कि 1971 में 9\11 जैसी घटनाओ के बाद भी ताजमहल के गुम्बदो को सुरक्षा के ऐतबार से बांस का घेरा बनाकर ढक दिया जाता है |
शाहजहाँ ने जब ताजमहल को पहली बार देखा
दोस्त्तो क्या आप जानतें हो शाहजहाँ ने जब ताजमहल को पहली बार देखा तो उन्होंने ये कहाँ कि ये सिर्फ प्यार कि कहानी बयाँ नहीं करेगा बल्कि उन सभी को दोष मुक्त करेगा जो इस पाक ज़मीन पर कदम रखेगा और इसकी गवाही चाँद तारे भी देंगे |
मजदूरों के हाथ कटवा दिए गये
दोस्तों ऐसा कहा जाता है कि शाहजहाँ ने ताजमहल बनने के बाद ये ऐलान करवा दिया था कि जीन कारीगरों ने ताजमहल बनाया है उन सभी के हाथ काट दिए जाएं लेकिन इस बात कि कोई भी पुष्टि नहीं करता ऐसा कोई ऐलान हुआ था तो इसलिए आज भी इस बात पर बहुत से लोग संदेह करतें है |
ताजमहल कि मीनारे
ताजमहल के मुख्य गुम्बद के चारो ओर मीनारे हैं ये चारो मीनारे एक दुसरे कि ओर झुकी हुई हैं इनके झुकी हुई होने का रहस्य ये है कि जब कभी भुकप्प या प्राकिर्तिक आपदा आये और ये मीनारे गिर भी जाए तो ताजमहल कि मुख्य गुम्बद पर ना गिरे जिससे कि ताजमहल का कम से कम नुकसान हो
ताजमहल को बेच दिया गया था
दोस्तों ऐसा कहा जाता है कि एक प्रसिद्ध ठग था जिसका नाम था नटवरलाल उसने ताजमहल को मंदिर बताकर बेच दिया था इस बात कि पुष्टि हम नहीं कर सकते लेकिन ऐसा कहा जाता है |
यमुना न होती तो ताजमहल भी ना होता
यदि यमुना ना होती तो ताजमहल भी ना होता ताजमहल कि बनावट ऐसी है जिसे एक ख़ास आधार कि ज़रुरत थी और उस आधार को ऐसी लकड़ी से बनाया है जो पानी मिलने पर ही मज़बूत बनी रहती है और इस लकड़ी को मज़बूत बनाने का काम करती है वहां कि नदी यमुना नदी |
ताजमहल के अनोखे पत्थर
ऐसा कहा जाता है कि ताजमहल के निर्माण में ऐसे बेशकीमती पत्थरों का उपयोग किया गया है जिनको देखने से आंखे भी चौन्धया जाती हैं ताजमहल को बनाने में जिस पत्थर का इस्तेमाल हुआ था उसे मुयत चीन, तिब्बत, श्रीलंका के 28 बहुमूल्य पत्थरों का इस्तेमाल करके बनवाया गया था दोस्तों इन पत्रों को अंग्रेज़ आपने ब्रिटिशकाल में उखाड़कर अपने साथ ले गएँ थे |
ताजमहल के सभी फव्वारे एक साथ काम करते हैं
दोस्तों क्या आप जानतें हो ताजमहल के फव्वारे कि सबसे ख़ास बात क्या है वो ये है कि इसे बनाने में किसी भी आधुनिक युग शेली का प्रयोग नहीं किया गया था जैसा कि आजकल फव्वारे में पाइप लाइन लगी होती है बल्कि ये फव्वारे इसलिए एक साथ काम करता है क्यूंकि इसके निचे ताम्बे का एक विशाल टेंक बना हुआ है जिसमे पानी एक साथ भरता भी है और सारे फव्वारे एक साथ काम भी करतें हैं
सबसे ज्यादा पर्यटक
ताजमहल को विश्व में सबसे ज्यादा देखि जाने वाली इमारतो में से एक कहा जाता है ताजमहल में देश-विदेश से आये सेलानी जिनकी संख्या 12 हज़ार तक होती है इसीलिए ये विश्व कि एक दिन में सबसे ज्यादा देखि जाने वाली ईमारत है |
काले ताजमहल का सपना
दोस्तों शाहजहाँ ने जो मुमताज़ कि याद में ताजमहल बनवाया था उसकी खूबसूरती को देख शाहजहाँ के मन में एक ख्याल आया था क्यों ना खुद के लिए एक काला ताजमहल बनवाया जाए लेकिन उनका ये सपना सपना ही रह गया क्यूंकि उनके बेटे औरंगजेब ने उनको कैद कर लिया था |
ताजमहल के साथ सबसे पहली सेल्फी
क्या आप जानतें है ताजमहल के साथ सबसे पहली सेल्फी जोर्ज हेरिसन ने ली थी जोर्ज ने इस सेल्फी में फिश आई लेंस का इस्तेमाल किया था |
ताजमहल का रंग
ताजमहल का रंग बदलता रहता है बहुत से लोग हममे ऐसे हैं जिन्होंने ध्यान नहीं दिया होगा कि ताजमहल का रंग भी बदलता है लेकिन ये बिलकुल सच है कि ताजमहल का रंग बदलता रहता है अगर ताजमहल को आप सुबह देखोगे तो ये हलके गुलाबी रंग का और शाम को देखोगे तो ये दुधिया रंग का दिखाई देता है अगर आप चांदनी रात में ताजमहल को देखोगे तो ये आपको सुनहरे रंग का दिखेगा तो ये थे ताजमहल से जुड़े कुछ रहस्य |