शनिवार को जब पीएम मोदी ने बिहार के बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का हवाई दौरा किया तो बाढ़ की वजह से लोगों की स्थिति देख उनका द्रवित हो जाना स्वाभाविक था. नरेन्द्र मोदी के साथ इस हवाई दौरे में बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी थे. पीएम मोदी ने बिहार के लिए 500 करोड़ के राहत पैकेज का ऐलान किया है।
बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का हवाई दौरा किया
इससे पहले उन्होंने पूर्णिया में बिहार के सीएम नीतीश कुमार और दीप्ती सीएम सुशील मोदी सहित आला अधिकारियों के साथ बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए एक उच्चस्तरीय मीटिंग की. बाढ़ की वजह से बिहार में अब तक 418 मौतें हो चुकी हैं।
PM @narendramodi, CM @NitishKumar, Dy CM @SushilModi and top officials reviewing the flood situation in Bihar at a high level meeting. pic.twitter.com/8Qcxtk0sWC
— PMO India (@PMOIndia) August 26, 2017
मीटिंग के बाद पीएम मोदी ने बिहार की हर तरह से मदद का भरोसा दिलाया. इसके अलावा बाढ़ से बिहार में हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए केन्द्रीय दल भेजने की बात भी कही. इसके अलावा फसल बीमा के आंकलन के लिए उन्होंने बीमा कंपनियों को अपने पर्यवेक्षकों को प्रभावित क्षेत्र में भेजने के निर्देश दिए, ताकि किसानों की मदद की जा सके।
इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान
इसके अलावा सड़कों की मरम्मत के लिए सड़क एवं परिवहन मंत्रालय को भी निर्देश दिए. ये भी भरोसा दिलाया कि बाढ़ की वजह से इलेक्ट्रिसिटी के इंफ्रास्ट्रक्चर को हुए नुकसान की बहाली के लिए भी केंद्र, राज्य की मदद करेगा।
इसके अलावा प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतक के परिजनों को 2 लाख और घायलों को 50 हज़ार रुपये देने की बात कही. नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के साथ सप्तकोसी हाई डैम परियोजना और सुनिकोसी योजना की विस्तृत रिपोर्ट बनाने पर सहमती बनी है. ताकि दोनों देशों को सीमावर्ती इलाकों में बाढ़ की समस्या से निकलने में मदद मिल सके।
PM @narendramodi and Bihar CM @NitishKumar take stock of the flood situation in Bihar during the aerial survey this morning. pic.twitter.com/qvFgG72pS6
— PMO India (@PMOIndia) August 26, 2017
राहत पैकेज
पीएम मोदी के इस राहत पैकेज से बिहार के चेहरे पर फिर से ख़ुशी लौटती हुयी नज़र आएगी. हालांकि नुकसान बड़े पैमाने पर हुआ है तो देखने वाली बात ये भी होगी कि क्या ये पैकेज इस नुकसान की भरपाई करने में सक्षम होगा. हालांकि अभी तो लोगों को फौरी तौर पर सबसे पहले मदद की ज़रूरत है. ताकि लोगों की पानी में फंसी जिंदगियों को बाहर निकाला जा सके।