ragi ke fayde in hindi आज हम बात कर रहे हैं रागी की। रागी को एशिया और अफ्रीका में उगाया जाता है रागी खाने वाला एक मोटा आनाज होता है। यह अनेक तरह के पोषक पदार्थ से युक्त और ऊर्जा प्राप्त करने का बहुत ही अच्छा स्रोत है।

रागी के फायदे बहुत सारे हैं और नुकसान ना के बराबर है पोषक पदार्थों के मामले में रागी काफी आगे हैं और अनाजों में इसका मुख्य स्थान हैं।
रागी के फायदे जानकर आप इसको खाए बिना रह नहीं पाएंगे रागी अनाज में अमीनो अम्ल मेंथो 9 पाया जाता है। जो कि स्टार्च की प्रधानता वाले भोजन पदार्थों में नहीं पाया जाता।
रागी का सेवन करने के लिए रागी, साबुत रागी का आटा कई अनाजों के मिश्रण के आटे के रूप में भी उपलब्ध होता है।
अगर आप रागी को अपने आहार में शामिल करने की सोच रहे हैं और इसके लाभों को जानना चाहते हैं तो आज हम आपको बताते हैं कि आपको क्यों रागी अपने आहार में शामिल करनी चाहिए।
आजकल कैल्शियम की कमी बच्चों से लेकर बुढो दोनों में ही ज्यादा देखी जाती है। जिसके लिए हम कैल्शियम की बहुलता वाले अनाज की बात करते हैं तो कोई भी अन्य अनाज रागी के करीब नहीं आता है।
बढ़ते बच्चों के आहार में रागी की कांजी या दलिया शामिल करना उसके लाभ उठाने का एक बहुत ही अच्छा तरीका है। क्योंकि इससे हमारे हड्डियों को मजबूत होने में काफी मदद मिलती है। कैल्शियम से ये भरपूर अनाज महिलाओं के स्वस्थ का ख्याल रखने में भी काफी लाभदायक है।
अगर आप अपना वजन कम करने के लिए कम वसा वाले आहार की तलाश कर रहे हैं तो फिर रागी आपके लिए सबसे बेस्ट अनाज है।
इस में वसा अन्य अनाजों से कम होती है आप चाहें तो रागी को रोटी या चावल की जगह भी उपयोग कर सकते हैं।
इसमें टिप-टोफेन नामक एमिनो एसिड होता है जो भूख को कम कर देता है जिससे वजन को बढ़ने से रोका जा सकता है। रागी का आटा खाने से हमें भूख कम लगती है और अगर इसका सेवन सुबह किया जाए तो आप का पेट पूरे दिन भरा रहेगा।
मधुमेह से ग्रस्त रोगी को अपने शुगर में ग्लूकोज के स्तर को कम करने के लिए रागी का उपयोग कर सकते हैं।
इसमें पेनिफिमोल और फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती है रागी में फेटो केमिकल्स होते हैं जो खाना पचाने की प्रक्रिया को धीमा कर देते हैं। रागी में अनाज का सेवन आप सुबह और दोपहर के समय कर सकते हैं।
जिससे आपका शुगर लेवल सही से नियंत्रित किया जा सकता है। आप जो गेहूं की रोटी खाते हैं उसमे आप रागी का आटा मिलाकर भी उसकी चपाती बना सकते है।
इसे खाने से एनीमिया दूर होती है क्योंकि इसमें आयरन की उच्च मात्रा पाई जाती है। अंकुरित रागी खाने के फायदे और भी ज्यादा होते हैं क्योंकि जब रागी अंकुरित हो जाता है तो इसमें विटामिन सी का लेवल बढ़ जाता है।
जिससे खाने में पाए जाने वाले आयरन का अवशोषण बढ़ जाता है और खून की कमी यानी कि अनीमिया से छुटकारा मिलता है।
ऐसा माना जाता है कि रागी बेहतर पाचन को बढ़ावा देता है शिशु को मां का दूध छुड़ाकर कुछ खिलाने की प्रतिक्रिया के दौरान रागी पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है। रागी शिशुओं में दूध की कमी को दूर कर देता है इसके अलावा अगर आप भी जवान और स्वस्थ रहना चाहते हैं तो रागी का सेवन आपको सबसे पहले करना चाहिए।
क्योकि इसमें कुछ ऐसी चीज़े पाई जाती है जो त्वचा को जवान और झुर्रियो से बचाते हैं। विटामिन डी जो हमे सूर्य से प्राप्त होता है वह रागी में पाया जाता है। जो कैल्शियम के सही से कार्य करने के लिए सहायक होता है और स्किन के ग्लो को बढ़ा देता है।
रागी का सेवन करने से शरीर प्राकृतिक रूप से चिंता और तनाव से मुक्त हो जाता है। रागी का सेवन करने से आपको बेचैनी और नींद ना आने जैसी समस्याएं भी नहीं सताती हैं। रागी माइग्रेन होने की स्थिति में भी काफी प्रभावशाली सिद्ध होती है। रोजाना राखी के सेवन से चिंता तनाव से छुटकारा मिलता है दरअसल इस में अमीनो ऐसिड, एंटी ओक्सिडेंट होते हैं जो प्राकृतिक तरीके से आपको तनावमुक्त रखते हैं।
इसके अलावा रागी खाने के कुछ नुकसान भी हैं रागी के फायदे बहुत ज्यादा हैं यह अच्छा पोषण आहार है जिससे हमें अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
लेकिन रागी का सेवन अधिक मात्रा में ना करें क्योंकि इससे शरीर में अधिक मात्रा में ओक्सालिक एसिड का संचार होता है अधिक मात्रा में रागी का सेवन करने से बचे किडनी में पथरी वाले मरीजों के लिए इसका सेवन करना मना है।
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