स्वदेशी ब्रांड के लिए देशभर में चर्चित योगगुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि के एक और खाद्य पदार्थ में शिकायत का नया मामला सामने आया है. दरअसल, इस बार छत्तीसगढ़ के कोरबा में गाय का शुद्ध देशी घी बेचने का दावा करने वाली बाबा रामदेव के पतंजलि देशी घी के पैकेट से रबड़ का दस्ताना निकला है. जानकारी के अनुसार, दीपका आवासीय परिसर के बी-1 कॉलोनी के निवासी एसईसीएल कर्मी यशवंत अंडरस्कर ने बुधवारी बाजार स्थित अंकल जी डेली नीड्स से पतंजलि का घी खरीदा था. घर लाकर जब उन्होंने घी का पैकेट खोलकर देखा तो उसे देखकर दंपत्ति के होश उड़ गए और पतंजलि घी से उनका भरोसा भी उठ गया.
पतंजलि कंपनी की लापरवाही उस वक्त सामने आई जब दीपका आवासीय परिसर के बी-1 कॉलोनी के निवासी एसईसीएल कर्मी यशवंत अंडरस्कर ने बुधवारी बाजार स्थित अंकल जी डेली नीड्स से पतंजलि का घी खरीदा था.
घर लाकर जब उन्होंने घी का पैकेट खोलकर देखा तो उसे देखकर दंपत्ति के होश उड़ गए और पतंजलि घी से उनका भरोसा भी उठ गया.
यशवंत अंडरस्कर ने जब इसकी जानकारी अंकल जी डेली नीड्स दुकान के संचालक लक्ष्मण प्रसाद को दी तो उसने कहा घी की पैकिंग कंपनी करती है, वह नहीं. जब कंपनी का एजेंट उसके पास आएगा तो वह इसके बारे में बता देगा.
पैकेट से निकला दस्ताना आमतौर पर इलाज के दौरान अस्पतालों में डॉक्टर या अन्य मेडिकलकर्मी इंफेक्शन से बचने के लिए इस्तेमाल करते हैं.
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब बाबा रामदेव विज्ञापनों में पतंजलि प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता का बखान करते हुए यह दावा भी करते हैं कि उनके प्रोडक्ट्स सबसे बेहतर और शुद्ध हैं, तो भला घी के पैकेट में रबड़ का दस्ताना कैसे और कहां से आ गया?
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